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ज्ञानेश्वर महाराज आरती || dnyaneshwar maharaj aarti lyrics

⚫   श्री संत ज्ञानेश्वर माऊली आरती || dnyaneshwar mauli aarti  ⚫                    


ज्ञानेश्वर माऊली आरती
       
       || श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज ||

                              आरती ज्ञानराजा |

महाकैवल्यतेजा |

सेविती साधुसंत ||

मनु वेधला माझा || आरती || धृ ||

लोपलें ज्ञान जगी |

हित नेणती कोणी |

अवतार पांडुरंग |

नाम ठेविले ज्ञानी || १ || आरती || धृ ||

कनकाचे ताट करी |

उभ्या गोपिका नारी |

नारद तुंबर हो ||

साम गायन करी || २ || आरती || धृ ||

प्रकट गुह्य बोले |

विश्र्व ब्रम्हाची केलें |

रामजनार्दनी |

पायी मस्तक ठेविले |

आरती ज्ञानराजा |

महाकैवल्यतेजा || सेविती || ३ ||



|| जय हरी ||

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